समस्याओं के विषय में हमें क्या 6 बातें जानना ज़रूरी है
आज के इस कोरोना ग्रसित समय में हम हर समय एक
अदृश्य विपत्ति से जूझ रहें हैं | यह समय संशय और
नकारात्मक विचारों से भरा है | इस समय में “Tough Times Never Last, But Tough People
Do!” किताब की सार्थकता और इसे पढ़ने की आवश्यकता सामने आती है |
रॉबर्ट शुलर मानते हैं कि नकारात्मक मनःस्थिति आपके लिए घातक होती है | यह आपको, आपके विचारों और आपके आत्मविश्वास को दीमक की तरह चाट कर जाती है | समस्याओं से
लड़ने के लिए सकारात्मक सोच, विश्वास, मानसिक शक्ति और आस्था ही आपका सर्वश्रेष्ठ हथियार हैं |
रॉबर्ट शुलर के अनुसार समस्याओं से जीतने के लिए हमें समस्या के छः पहलुओं को समझना आवश्यक है |
हर जीवित व्यक्ति के पास समस्याएं होती हैं:
समस्याएं केवल मृत व्यक्ति के पास नहीं होती हैं | चूंकि आप जीवित हैं अतः समस्याओं का होना स्वाभाविक है | अमीर और गरीब दोनों की अपनी-अपनी समस्याएं हैं | नौकरीपेशा और बेरोजगार दोनों के पास समस्याएं हैं | आपकी क्रिया, प्रतिक्रिया, निष्क्रियता, और विफलता सभी में समस्याएं छुपी हैं | यहाँ तक की सफलता भी समस्याओं को समाप्त नहीं करती, बल्कि नई तरह की समस्याएं पैदा करती है |
हमें समस्याओं के साथ जीने के लिए तैयार रहना चहिये |
हर समस्या की एक सीमित आयु होती है:
तूफ़ान थोड़े समय बाद थम जाता है | शीत काल भी शनैः-शनैः बसंत में बदल जाता है | समस्या भी अल्पकालीन होती हैं | विश्वास रखिये कि आपकी समस्या का भी अंत होगा |
कठिन से कठिन समय में भी यह विश्वास बनाए रखें कि इस कठिनाई का अंत निकट है |
हर समस्या में सकारात्मक संभावनाएं छुपी होती हैं:
हर
समस्या में अवसर छुपे होते हैं | बस हमें उन्हें खोजने की आवश्यकता है | यदि समस्या है
तो वहां उसे समाप्त करने वाले की ज़रूरत भी होती है | बीमारी है तो डाक्टर की, कानूनी
समस्या है तो वकील की ज़रूरत होती है |
समस्या में निहित अवसरों के प्रति सजग रहें और उनका उपयोग करें ।
हर समस्या आपमें कुछ बदलाव लाती है:
हर एक समस्या आपमें कुछ परिवर्तन करके जाती है | हम समस्याओं से कुछ सीखते हैं | उनसे जूझने की ताकत पाते हैं | समस्याओं को समझने और उनके प्रति हमारी सही प्रतिक्रिया क्या होनी चहिये यह जानने का अवसर मिलता है | हम और मज़बूत होते हैं |
समस्या आपको बेहतर बनाए, यह निर्णय आपके हाथ में है |
यह आप चुन सकते हैं कि समस्या आप पर क्या प्रभाव डालेगी:
समस्याओं के प्रति आपकी मनोस्थिति और आपकी प्रतिक्रिया यह सुनिश्चित करती है कि समस्या आप पर हावी होती है या आप समस्या पर
हावी होते हैं |
कई समस्याएं ऐसी भी हो सकती हैं जिनको हम समाप्त नहीं कर सकते, जिनका समाधान हमारे पास नहीं होता | उन्हें हम बदल नहीं सकते | पर हम अपनी प्रतिक्रिया को सकारात्मक रख सकते हैं | जीवन में कड़वाहट को छोड़ कर खुशियों की तरफ कदम आपको ही बढ़ाना होगा |
समस्याओं का सामना सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरीकों से किया जा सकता है:
सफल व्यक्ति समस्या के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण
अपनाते हैं | नकारात्मक दृष्टिकोण अल्पकालिक समाधान तो अवश्य दे सकता है किन्तु
लम्बी अवधि में यह और अधिक समस्या पैदा करता है |
सकारात्मक सोच उन स्थितियों तक सीमित नहीं
है जिन्हें आप नियंत्रित कर सकते हैं । यदि आप समस्या समाप्त नहीं कर सकते तो कम से कम उसका प्रबंधन तो कर सकते हैं, उसे संभाल
तो सकते हैं, उसकी तकलीफ को कम तो कर सकते
हैं | हमारे
नियंत्रण से परे की स्थिति में स्व-प्रबंधन महत्वपूर्ण होता है।
पैर अगर कट जाए तो विलाप करना या कृत्रिम पाँव लगाकर चलने के लिए तैयार हो जाना दोनों ही विकल्प हमारे सामने होते हैं |
सकारात्मक प्रतिक्रिया आपको बेहतर विकल्प चुनने के लिए प्रोत्साहित
करती है |
कैसे जाने कि हमारी सोच सकारात्मक है:
सकारात्मक प्रतिक्रिया अधिकतर लोगों को लाभ पहुंचती है |
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